प्रश्न 61. साफ मेघरहित रातों की तुलना में मेघाछन्न रातें अपेक्षाकृत गरम होती हैं, क्योंकि बादल :
- ठंडी लहरों को आसमान से पृथ्वी तक उतरने से रोकते हैं
- पृथ्वी से छोड़ी गई ऊष्मा को परावर्तित करते हैं
- ऊष्मा बनाते हैं और इसे पृथ्वी की ओर विकसित करते हैं
- वायुमण्डल से ऊष्मा का अवशोषण करते हैं और इसे पृथ्वी की ओर भेजते हैं
उत्तर: पृथ्वी से छोड़ी गई ऊष्मा को परावर्तित करते हैं
प्रश्न 262. हाइड्रोजन से भरा हुआ पॉलिथीन का गुब्बारा पृथ्वी के स्थल से छोड़ा जाता है। वायुमंडल में ऊँचाई पर जाने से :
- गुब्बारे के आमाप में कमी आयेगी
- गुब्बारा चपटा होकर चक्रिका प्रकार के आकार में आयेगा
- गुब्बारे के आमाप में वृद्धि होगी
- गुब्बारे का आमाप व आकार पहले समान ही रहेगा
उत्तर: गुब्बारे के आमाप में वृद्धि होगी
प्रश्न 263. निम्न में से कौन सा एक कथन सही नहीं है?
- तापमान के बढ़ने पर वायु में ध्वनि का वेग बढ़ता है
- वायु में ध्वनि वेग दाब पर निर्भर नहीं करता है
- आर्द्रता के बढ़ने पर वायु में ध्वनि वेग कम हो जाता है
- आयाम तथा आवृत्ति के परिवर्तन से वायु में ध्वनि वेग प्रभावित नहीं होता है
उत्तर: आर्द्रता के बढ़ने पर वायु में ध्वनि वेग कम हो जाता है
प्रश्न 264. दृष्टिपटल (रेटिना) पर जो चित्र बनता है-
- वह वस्तु के बराबर होता है परन्तु उल्टा हो जाता है।
- वह वस्तु से छोटा होता है व सीधा होता है।
- वह वस्तु से छोटा होता है व उल्टा होता है।
- वह वस्तु के बराबर होता है व सीधा होता है।
उत्तर: वह वस्तु से छोटा होता है व उल्टा होता है।
प्रश्न 265. क्या मुख्य कारण है कि एक आँख की अपेक्षा दो आँखों का होना अधिक उपयुक्त है?
- दो आंखों के कारण रंग आसानी से पहचाने जा सकते हैं।
- दो आंखों के कारण हम अंधेरे व हल्के प्रकाश में आसानी से देख सकते हैं।
- इसी कारण मोजेक विजन द्वारा मनुष्य देख सकता है।
- इस कारण से दूरी व गहराई का अहसास होता है।
उत्तर: इस कारण से दूरी व गहराई का अहसास होता है।
प्रश्न 266. जब एक व्यक्ति तीव्र प्रकाश क्षेत्र से अन्धेरे कमरे में प्रवेश करता है, तो उसे कुछ समय के लिए स्पष्ट दिखाई नहीं देता है, बाद में धीरे-धीरे उसे चीजें दिखाई देने लगती हैं। इसका कारण है :
- पुतली के आकार में परिवर्तन।
- लेंस के व्यास व फोकस दूरी में परिवर्तन ।
- रोडोप्सीन का विरंजक व पुनःविरचन होना।
- आँखों का अन्धेरे के प्रति कुछ समय में अनुकूलित होना।
उत्तर: आँखों का अन्धेरे के प्रति कुछ समय में अनुकूलित होना।
प्रश्न 267. जब एक सीडी (आडियो एवं वीडियों प्रणालियों में प्रयुक्त होने वाली कॉम्पैक्ट डिस्क) सूर्य के प्रकाश में देखी जाती है तो इंद्रधनुष के समान रंग दिखाई पड़ते हैं। इसकी व्याख्या की जा सकती है-
- परावर्तन एवं विवर्तन (Reflection and Diffraction) की परिघटना के आधार पर
- परावर्तन एवं पारगमन (Reflection and Transmis- sion) की परिघटना के आधार पर
- विवर्तन पर पारगमन की परिघटना के आधार पर
- अपवर्तन (Refraction), विवर्तन एवं पारगमन की परिघटना के आधार पर
उत्तर: परावर्तन एवं विवर्तन (Reflection and Diffraction) की परिघटना के आधार पर
प्रश्न 268. यद्यपि पानी पारदर्शक है फिर भी कुहासा में पानी की बूंदों के होने के बावजूद दूर की वस्तु नहीं देखी जा सकती, क्योंकि-
- कुहासा हमारे दृष्टि पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है
- अधिकतर प्रकाश प्रकीर्णित हो जाता है जिससे अपारदर्शक प्रतीत होता है
- प्रकाश किरणों का पूर्ण आंतरिक परावर्तन होता है, जिससे प्रकाश सीधा प्रेक्षक की आँखों तक नहीं पहुँच पाता है
- शुद्ध पानी की बूंदें अपारदर्शक होती हैं
उत्तर: प्रकाश किरणों का पूर्ण आंतरिक परावर्तन होता है, जिससे प्रकाश सीधा प्रेक्षक की आँखों तक नहीं पहुँच पाता है
प्रश्न 269. तड़ित की चमक उसकी गर्जन सुनाई देने से पहले देखने में आती है, क्योंकि
- तड़ित गर्जन से अधिक निकट होती है
- प्रकाश निर्वात के जरिए गुजर सकता है
- प्रकाश की गति ध्वनि की गति से अधिक होती है
- ध्वनि की गति प्रकाश की गति से अधिक होती है
उत्तर: प्रकाश की गति ध्वनि की गति से अधिक होती है
प्रश्न 270. एक मनुष्य को 75 सेमी. दूरी तक नहीं दिखाई पड़ने पर कौन सा दृष्टि दोष होगा?
- मायोपिया (निकट दृष्टि दोष)
- हाइपरमेट्रोपिया (दूर दृष्टि दोष)
- अबिन्दुक्ता
- इनमें से कोई नहीं
उत्तर: हाइपरमेट्रोपिया (दूर दृष्टि दोष)